यश दयाल गुजरात टाइटन्स के पेसर हैं। रिंकू सिंह के खिलाफ जब उन्होंने 5 छक्के खाए तो उनकी मां ने खाना पीना ही छोड़ दिया। इंडियन प्रीमियर लीग में पिछले साल डेब्यू करने वाले यश दयाल के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच बहुत दुखदायी रहा। गुजरात के पेसर यश को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ आखिरी ओवर में सिर्फ 28 रन डिफेंड करने थे।
कोलकाता को 29 रन पाकर जीत हासिल हो सकती थी। टीम के उमेश यादव ने पहली गेंद पर एक रन लिया। उसके बाद जहां मैच में ऐतिहासिक पल आए वहीं यश के लिए बहुत बड़ा झटका। पहली गेंद में एक रन लेने के बाद रिंकू सिंह ने अगली गेंदों को सीधा छक्के के रूप में बाउंड्री पर भेजना शुरू कर दिया। जो टीम और वहां मौजूद दर्शकों के लिए एक यादगार क्षण बन गया।
यश ने पकड़ा सिर
कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में इस सब के बाद जहां खुशी की लहर दौड़ गई वहीं यश के लिए यह सहन करना मुश्किल हो गया। जिससे वो सिर पकड़ कर मैदान में ही बैठ गए। यह दृश्य जैसे ही मैच देख रहे उनके माता पिता ने जैसे ही प्रयागराज में देखे तो उनका भी बुरा हाल हो गया। यश के पिता ने बताया कि यह दिन एक बुरे सपने के जैसा रहा। फिर भी चंद्रपाल दयाल ने यश और उसकी मां के लिए खुद को मजबूत बनाए रखा। फिर भी उनकी मां के लिए यह सहन करना बहुत मुश्किल हो रहा था। चंद्रपाल यादव बताते हैं कि यश की मां राधा ने तो इस सदमें खाना ही बंद कर दिया।
ये होता है कप्तान
वे भी एक प्लेयर होने के नाते बता सकते हैं कि ऐसे क्षण जो जीवन में असफलताओं का सामना करवाते हैं। जिससे भविष्य में हम मजबूत बनते हैं। वहीं गुजरात टाइटंस के कप्तान राशिद खान का भी उन्होंने धन्यवाद दिया। क्योंकि जब अपनी अपनी टीम का इस मौके पर अकेला नहीं छोड़ा और उन्हें खुश करने का प्रयास किया। जिससे टीम का मनोबल ऐसे समय में बना रहा।