जयपुर। इंडियन प्रीमियर लीग में डेब्यू करने के दौरान सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर सुर्खियों में बने हुए हैं। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ आखिरी ओवर में अपनी टीम को जीत दिलाते ही दुनियाभर में उनकी चर्चा हो रही है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ ने दावा किया है कि इस बोलिंग एक्शन के साथ वह अपनी गेंदबाजी में तेजी नहीं ला सकते। राशिद लतीफ का कहना है कि काफी जल्द सचिन पुत्र को अपने बोलिंग एक्शन बदलना पड़ सकता है क्योंकि उनकी शारीरिक संरचना सही नहीं है।
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ठीक नहीं शारीरिक संरचना
अर्जुन तेंदुलकर ने मुंबई इंडियंस के लिए कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ इसी सीजन अपने आईपीएल करियर का आगाज किया। बाएं हाथ के पेसर ने सनराइजर्स हैदराबाद के भुवनेश्वर कुमार को आउट कर अपना पहला विकेट भी लिया। कई पूर्व क्रिकेटर्स ने अर्जुन के खेल की तारीफ की। राशिद लतीफ का मानना है कि अगर अर्जुन तेंदुलकर एक अच्छे प्लेयर बनना चाहते हैं तो पेस बोलिंग का आधार मजबूत होना चाहिए।
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सचिन ने बेटे पर नहीं दिया ध्यान
अपने यूट्यूब चौनल पर राशिद लतीफ ने कहा, वह (अर्जुन) अपने शुरुआती दौर में है, उसे बहुत मेहनत करनी पड़ेगी, उसकी शारीरिक संरचना अच्छी नहीं है, जिससे वह ज्यादा पेस नहीं निकाल पाएंगे। अगर कोई अच्छा बायोमैकेनिकल कंसल्टेंट उनका मार्गदर्शन करता है तो शायद वह अपनी गेंदबाजी में कुछ तेजी ला सकते हैं। यह काफी मार्मिक विषय है, कोचिंग करना और खिलाड़ी को बदलना। सचिन खुद ऐसा कर सकते थे, लेकिन उन्होंने इसके लिए घरेलू क्रिकेट पर भरोसा किया।
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बाहर जाता है शरीर
राशिद लतीफ की माने तो बॉल फेंकने के दौरान अर्जुन का शरीर अंदर आने के बजाय बाहर जाता है और उनका संतुलन अच्छा नहीं है। यही कारण है कि वह ज्यादा पेस नहीं जनरेट कर पाते। लतीफ ने कहा कि मुंबई इंडियंस के ड्रेसिंग रूम में सचिन तेंदुलकर की मौजूदगी भी अर्जुन को प्रभावित करती होगी। अगर वह किसी और टीम से खेलते तो शायद ज्यादा बेहतर नतीजे आते। अर्जुन के करियर में सचिन की भूमिका एक गैर क्रिकेटिंग होनी चाहिए।