मुंबई। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने एक बड़ा फैसला लिया है। एसोसिएशन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर का स्टैच्यू लगाने जा रहा है। सचिन 24 अप्रैल को 50 साल के होने जा रहे है। साथ ही इस साल नवंबर में उन्हें रिटायर हुए 10 साल भी हो जाएंगे। नवंबर 2013 में वानखेड़े स्टेडियम में सचिन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। एमसीए वानखेड़े में मास्टर ब्लास्टर का स्वर्ण जयंती साल मना रहा है, और स्टैच्यू सेलिब्रेशन का एक हिस्सा है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन स्टैच्यू का अनावरण 2023 आईसीसी वल्र्ड कप के दौरान किया जाएगा। इसे एमसीए लाउंज के बाहर प्लेटफॉर्म पर लगाया जाएगा।
सचिन ने सहमति जताई : इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एमसीए अध्यक्ष अमोल काले ने कहा कि वानखेड़े स्टेडियम में पहली बार किसी का स्टैच्यू लगेगा। स्टैच्यू सचिन का क्रिकेट में योगदान की याद दिलाएगा। वे भारत रत्न है। मैंने उनसे तीन हफ्ते पहले बात की थी और उनकी सहमति मिल गई थी।
इसी स्टेडियम में कोच ने लगाई थी फटकार-सचिन : स्टैच्यू बनने पर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि, मुझे बहुत खुशी हो रही है। 1998 में वानखेड़े में यह सब शुरू हुआ। यहीं मैंने अपना पहला रणजी मैच खेला। मेरे प्रोफेशनल प्लेयर बनने से अफ्ले यहीं कोच आचरेकर सर ने मुझे फटकार लगाई थी और उसके बाद से मैं एक सीरियस क्रिकेटर बन गया। ये मेरे लिए बहुत खास जगह है इस जगह से मेरी बहुत ही खास यादें जुड़ी हुई हैं। मेरे लिए वानखेड़े स्टेडियम में मेरा स्टैच्यू बनना बहुत बड़ी बात है।
वानखेड़े स्टेडियम में ही भारत ने जीता था वनडे वल्र्ड कप : 2011 वनडे वल्र्ड कप का फाइनल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ही खेला गया था। यहां भारत ने श्रीलंका को हरा कर कई मिथक तोड़े थे। भारत पहली ऐसी मेजबान टीम बनी थी, जिसने वल्र्ड कप जीता था। इससे पहले किसी टीम ने अपनी जमीन पर वल्र्ड कप हासिल नहीं किया था। इसके साथ ही सचिन तेंदुलकर का वल्र्ड कप जीतने का सपना पूरा हुआ था।