Gyanvapi Mosque: वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर के व्यास जी के तहखाने में 30 साल बाद पूजा-अर्चना की मंजूरी मिलने के बाद से ही लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। वाराणसी जिला कोर्ट ने बुधवार दोपहर करीब 3 बजे ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने में पूजा का आदेश देने के बाद देर रात 11 बजे मूर्तियां रख कर पूजा-अर्चना शुरू कर दी। देर रात से लेकर सुबह तक काफी लोग पूजा करने के लिए तहखाने में पहुंच रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Gyanvapi Case: रात 2 बजे ज्ञानवापी के तहखाने में गूंजी घंटियों के साथ आरती की आवाज
पूजा को लेकर लोगों में भारी उत्साह
ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi Mosque) के व्यास तहखाने में पूजा शुरू हो गई है और आने वाले दिनों में राम मंदिर की तहर यहां भी लोगों की भारी भीड़ जमा होगी। डीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेश का अनुपालन कराया गया है और बैरिकेडिंग हटा दी गई और पूजा के लिए लोग जुटने लगे। दरअसल कोर्ट ने बुधवार परिसर में मौजूद तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने का निर्णय सुनाया था।
व्यास जी के नाती को मिला पूजा का अधिकार
मुस्लिम पक्ष ने इस आदेश को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है। (Gyanvapi Mosque) अदालत ने तहखाने में पूजा पाठ करने का अधिकार व्यास जी के नाती शैलेन्द्र पाठक को दिया है। ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने के समक्ष विराजमान नंदी महाराज के सामने लगी बैरीकेडिंग को हटाकर रास्ता खोला जाएगा। साल 1993 में तत्कालीन सपा सरकार ने पूजा-पाठ बंद करा दिया था।
यह भी पढ़ें: हिंदुओं के लिए आसान नहीं Gyanvapi Mosque में पूजा करना! मुस्लिम उठा रहे ये बड़ा कदम
साइन बोर्ड पर’ज्ञानवापी मंदिर मार्ग’ लिख दिया
इस बीच ज्ञानवापी की तरफ जाने वाले मार्ग पर लगे साइन बोर्ड पर’ज्ञानवापी मंदिर मार्ग’ लिख दिया और यह तस्वीर वायरल हो रही है।(Gyanvapi Mosque) प्रशासन ने तहखाना के भीतर के पूजा आदि की व्यवस्था को काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंप दिया है।
सुप्रीम कोर्ट का तत्काल सुनवाई से इनकार
पूजा की इजाजत देने वाले आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद समिति की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है। (Gyanvapi Mosque) शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता को हाई कोर्ट जाने के लिए कहा है और इसके बाद यह बड़ा झटका माना जा रहा है।