मां बनना हर महिला का सपना होता है
नन्हें मेहमान का ग्रांड वेलकम करने की खुशी रहती है।
प्रेगनेंसी से लेकर डिलीवरी तक का पल उनके लिए स्पेशल होता है।
डिलीवरी डेट पीरियड के पहले दिन से 280 दिन मानकर,
या 40 हफ्ते जोड़कर ही निकाली जाती है।
इसलिए ही महिला से उसकी पिछले पीरियड की शुरू होने की डेट पूछी जाती है।
चार्ट निकालकर डिलीवरी की संभावित तारीख बताई जाती है।
लेकिन इस पर पूरी तरह डिपेंड नहीं रहना चाहिए।
क्योंकिं ये कई मामलों में गलत भी साबित हो सकती है।
क्योंकि हर प्रेगनेंसी अलग-अलग तरह की होती है।
इसलिए डिलीवरी कुछ दिन पहले या बाद में भी हो सकती है।
इसलिए उलझन में नहीं पड़ना चाहिए।
डॉक्टर की सलाह पर ही काम करें।