यह मंदिर राजस्थान के करौली ज़िले में हैं।
मंदिर ज़िले के कैलादेवी गांव में स्तिथ है।
मंदिर 1000 साल से भी ज़्यादा पुराना है।
इसे मां के शक्तिपीठ के तौर पर जानते हैं।
मंदिर में चांदी की चौकी पर स्वर्ण छतरियां हैं।
इनके नीचे मां कैला व चामुंडा विराजित हैं।
बाईं ओर मां कैला, दाई ओर चामुंडा देवी हैं।
बड़ी मूर्ति कैलादेवी की है, जो थोड़ी झुकी हैं।
मंदिर के पास महत्वपूर्ण कालीसिल नदी हैं।
यहां हर साल 30 से 40 लाख यात्री आते हैं।