हनुमान जी को संकटमोचक कहा जाता है।
हनुमान जी को 8 देवताओं ने वरदान दिए थे।
सूर्य देव ने अपने तेज का सौवां भाग दिया था।
यम ने कभी यम शिकार न होने का वर दिया।
कुबेर ने गदा दी, जो युद्ध में परास्त नहीं होती।
शंकर ने किसी अस्त्र से न मरने का वर दिया।
विश्वकर्मा ने शस्त्रों से रक्षित रहने का वर दिया।
इंद्र ने वज्र वार से सुरक्षित रहने का वर दिया।
वरुण ने पाश-जल से रक्षित रहने का वर दिया।
ब्रह्मा ने दीर्घायु व इच्छानुसार रूप का वर दिया।