कहा जाता है कि दुनिया में हर बुरी चीज के पीछे शैतान छिपा होता है।
शैतान वास्तव में यहूदी, ईसाई और इस्लाम धर्म में माना गया है।
इन धर्मों के अनुसार शैतान का निर्माण भी ईश्वर ने ही किया था।
बाद में अपने घमंड और ईश्वर की आज्ञा न मानने के कारण वह शैता
न बना।
हालांकि वह भी परमेश्वर का ही एक सेवक माना गया है।
जो आदमी को गुमराह कर ईश्वर में उसके विश्वास की परीक्षा लेता है।
जो लोग अन्याय या अत्याचार करते हैं, शैतान उन्हें नरक में सजा भी
देता है।
भगवान ने शैतान को पृथ्वी पर संतुलन बनाए रखने का काम सौंपा है।
शैतान को नर्क के साथ-साथ भूत-प्रेतों पर भी शासन करने का अधिका
र मिला है।
हिंदू धर्म या एशियाई धर्मों में इसका अस्तित्व नहीं माना गया है।