Sindoor Side Effects: एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू ..!! जी हां ये फ़िल्मी डायलॉग तो आपने जरूर सुना होगा लेकिन जवाब इसका अभी तक नहीं ढूढ़ पाएं होंगे। इसलिए हम आपको एक चुटकी सिंदूर की कीमत मिनटों में पता लगाने की टेक्निक बता रहे है, जिसके बाद आप खुद ऐसा कर सकेंगे। इसके लिए आपको खुद के घर पर सिंदूर तैयार करना है और यह आप कैसे करेंगे, वो हम इस लेख में आपको बताने जा रहे है।
हर्बल सिंदूर बनाने का तरीका
(Harbal Sindoor Banane ka Tarika)
हर्बल सिंदूर बनाने के लिए आप चुकंदर का इस्तेमाल कर सकती है। सबसे पहले आप चुकंदर को अच्छे से साफ कर धोलें। इसकेबाद इसे छील लेवें। अब इसे कद्दूकस करें। इसके बाद अगले तीन-चार दिन इसे पंखे की हवा में सूखने के लिए छोड़ देवें। एक बार जब यह अच्छी तरह ड्राई हो जाए तो मिक्सी में पीसकर इसका फाइन पाउडर बना लेवें। अब इस मिश्रण में रोजमेरी ऑयल की कुछ बूंदें मिलावें। लो जी तैयार है आपका होम मेड हर्बल सिंदूर। यह सिंदूर हल्का गुलाबी होगा लेकिन केमिकल फ्री होगा, जिसे आप बिना डर के नियमित तौर पर अपनी मांग में लगा सकती है।
सिंदूर लगाने के फायदे
(Sindoor Lagane ke Fayde)
सनातन धर्म में आज के दौर की मॉर्डन विवाहित महिलायें किसी खास ओकेजन, पूजा या फिर एथनिक आउटफिट के साथ ही सिंदूर लगाना पसंद करती है। अधिकांश महिलायें हेयरफॉल की समस्या से बचने के लिए सिंदूर नहीं लगाती है। वहीं, दूसरी तरफ कई महिलायें ऐसी है जो नियमित सुहाग किनिशानि के तौर पर सिंदूर लगाना पसंद करती है। चलिए विस्तार से जानते है सिंदूर लगाने के फायदे –
– रोजाना सिंदूर लगाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।
– रोजाना सिंदूर लगाने से दिमाग भी शांत बना रहता है।
– सिंदूर लगाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
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सिंदूर लगाने से नुकसान
(Sindoor Lagane Se Nuksan)
बाजार में मिलने वाले सुर्ख लाल सिंदूर में हानिकारक केमिकल्स होते है। आज के दौर में यह सिंदूर महिलाओं के हेयरफॉल की सबसे बड़ी वजह बन गया है। इसके अलावा इस सिंदूर में मौजूद केमिकल्स कई तरह के स्किन इंफेक्शन भी दे सकते हैं। इनसे बचने के लिए हर्बल सिंदूर लगाना सबसे बेहतर होता है।