- बिना वजह बताए वापस भेजे छात्र
- कानूनी कार्रवाई की मिली चेतावनी
- छात्रों पर 5 साल का लगाया प्रतिबंध
अमेरिका से एक साथ बड़ी संख्या में छात्र वापस भेजने की खबर सुर्खियों में है। एक ही दिन में 21 स्टूडेंट्स को वापस भारत भेज दिया गया है। इसके साथ ही छात्रों को चेतावनी भी दी कि वो चुपचाप अपने देश लौट जाएं और अगर विरोध करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। खबरों के मुताबिक इन स्टूडेंट्स के वीजा और डॉक्यूमेंट्स में गड़बड़ी बताई जा रही है, जबकि छात्रों का कहना है कि उनके सभी डॉक्यूमेंट्स कम्प्लीट थे और उन्हें कॉलेज में एडमिशन भी मिल चुका था। एडमिशन मिलने के बाद ही छात्र अमेरिका गए थे।
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बिना वजह बताए वापस भेजे छात्र
मीडिया जानकारी के मुताबिक एटलांटा, शिकागो और सैन फ्रांसिस्को के एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन ऑफिसर ने स्टूडेंट्स को रोका। उन्हें कुछ समय के लिए हिरासत में भी लिया। उनके सभी दस्तावेजों की जांच की गई। अधिकारियों ने छात्रों के मोबाइल और वॉट्सऐप भी चेक किए। उनसे पढ़ाई, वीजा इंटरव्यू, लोन और एडमिशन के लिए जिन कंसल्टेंट्स से मदद ली गई उनसे जुडे़ सवाल पूछे गए थे। उसके बाद बिना कोई वजह बताए ही उन्हें भारत भेज दिया गया। इस वजह से छात्रों को लगा कि शायद उनके डॉक्यूमेंट में कोई कमी है।
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कानूनी कार्रवाई की मिली चेतावनी
जिन छात्रों को वापस भेजा वो सभी छात्र आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से हैं। ये मिसूरी और साउथ डकोटा की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए जाने वाले थे। इन छात्रों को चुपचाप अपने देश जाने के लिए कहा। अगर छात्र विरोध करते तो उन पर गंभीर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। उन सभी छात्रों को अगले दिन दिल्ली की फ्लाइट से वापस भेजने तक हिरासत में रखा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना 12 से 16 अगस्त के बीच की बताई जा रही है।
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छात्रों पर 5 साल का लगाया प्रतिबंध
अमेरिका से वापस भारत भेजे गए विदेशी छात्रों पर अगले 5 सल का प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे में इन स्टूडेंट्स के लिए फ्यूचर को लेकर चिंता खड़ी हो गई है। वहीं स्टूडेंट्स का कहना है कि इमिग्रेशन अधिकारी ने भी ठीक तरह का व्यवहार नहीं किया।