AI यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जो कि इस समय कई देशों की डिमांड है। अमेरिका भी इस टेक्नोलॉजी को बूस्ट करने के लिए फोकस कर रहा है। इस पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की विज्ञान सलाहकार डॉ. आरती प्रभाकर ने भारत के साथ काम करने की इच्छा जाहिर की है। डॉ. प्रभाकर ने कहा कि भारत और अमेरिका की सोच एक जैसी है। इसलिए दोनों मिलकर AI पर काम करेंगे तो यह और भी बेहतर होगा।
डॉ. आरती प्रभाकर ने कहा कि AI ग्लोबल टेक्नोलॉजी है। इससे लोगों के जीवन में बदलाव आएगा। हम बस इतना चाहते हैं कि जिन देशों की एक जैसी सोच है उन्हें साथ मिलकर इस पर काम करना चाहिए। अमेरिका और भारत समान तरीके की सोच रखते हैं। हम भारत के साथ मिलकर ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एप्स बनाए जो भरोसेमंद और सुरक्षित हो।
पीएम मोदी ने बताया था AI का मतलब
जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अधिकारिक यात्रा पर गए थे जो कि काफी खास रही। पीएम मोदी अमेरिकी संसद को भी संबोधित किया था। इस दौरान उन्होनें AI का मतलब बताया, अमेरिका और इंडिया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस में काफी प्रगति हुई है। साथ ही अमेरिका और इंडिया में और भी महत्वपूर्ण विकास हुए हैं। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने PM मोदी को AI लिखी टी-शर्ट गिफ्ट दी थी जिस पर लिखा है- The Future is AI, यानी AI भविष्य है।