अपने नए नक्शे से दुनिया भर को नाराज करने वाले चीन ने अब अंतरिक्ष पर भी अपनी नजर गढ़ा दी है। चीनी वैज्ञानिकों ने सौर मंडल के दूसरे ग्रहों तथा एस्टेरॉयड जैसी जगहों पर जाकर वहां की खनिज सम्पदा को लाने के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है। रोडमैप में वर्ष 2100 तक एक 'स्पेस रिसोर्स सिस्टम' तैयार करने की बात कही गई है।
इस रोडमैप को चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कोर्पोरेशन के प्रमुख वैज्ञानिक वांग की देखरेख में डवलप किया गया है। इस प्लान के तहत पृथ्वी से बाहर दूसरे ग्रहों पर जाकर वहां पर पानी तथा खनिज संसाधनों को खोजना तथा उन्हें पृथ्वी तक लाना है। माना जा रहा है कि इस रोडमैप के जरिए चीन सौरमंडल के दूसरे ग्रहों को अपने कब्जे में करना चाहता है।
स्पेस को ही क्यों टारगेट कर रहा है चीन
वैज्ञानिकों के अनुसार हमारे सौरमंडल में करीब 13 लाख से अधिक एस्टेरॉयड चक्कर लगा रहे हैं। इनमें से लगभग 700 पृथ्वी के नजदीक है और वहां पर जाकर खनिज सम्पदा का दोहन किया जा सकता है। इनमें से हर एक की कीमत 100 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है। इसी वजह से चीन इन पर कब्जे की तैयारी में लगा हुआ है। चीनी वैज्ञानिक अपने इस मिशन को वर्ष 2035 में स्टार्ट कर 2100 तक पूरा करने के इरादे पर काम कर रहे हैं।
ऐसे करेगा काम
वर्तमान में पृथ्वी से बाहर मंगल जैसे ग्रह तथा शनि और बृहस्पति के चंद्रमाओं पर पानी उपलब्ध है। चीन इस पानी का उपयोग करते हुए पूरे सौरमंडल में एक सेंट्रेलाइज्ड सिस्टम डवलप करना चाहता है। पूरे सौरमंडल में एक स्टोरेज फैसिलिटी का जाल बिछाकर उनकी संपदाओं का दोहन पृथ्वी के लिए किया जा सकेगा।