बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान मोखा या मोचा आगामी 13, 14 तारीख को मूसलाधार बारिश बरसाने वाला है। भारतीय मौसम विभाग की चेतावनी पहले ही जारी हो चुकी है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में बना यह साइक्लोन बहुत तेज है। शुक्रवार सुबह इसकी रफ्तार 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रही। अब यह आगे बढ़ते हुए बांग्लादेश म्यांमार को हिट करेगा। म्यांमार के सितवे के पास से गुजरता हुआ।
दक्षिण पूर्वी बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटो को पार करने की संभावना है। वही दूसरी तरफ इस गंभीर साइक्लोन की वजह से पूर्वोत्तर राज्यों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। यहां लू की संभावनाएं भी बढ़ गई है। लो प्रेशर बनने की वजह से आईएमडी का कहना है कि कुछ राज्यों में मूसलाधार बारिश की भी चेतावनी है।
भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए पूर्वोत्तर भारत में प्रचंड गर्मी की चेतावनी जारी कर दी है। इस दौरान कुछ राज्यों में हीटवेव भी चलेगी। राजस्थान में भी हीटवेव बढ़ने वाली है। वही गुजरात, बिहार, पश्चिमी बंगाल ,मध्य महाराष्ट्र, कोकण भी इसमें शामिल है। आपको बता दें, इससे पहले महाराष्ट्र में कुछ दिन पहले ही हीट वेव की वजह से कुछ लोगों ने जान गंवाई थी। अगले 5 दिनों के दौरान ओडिशा के साथ-साथ केरल और तमिलनाडु में भीषण गर्मी के आसार है।
किसानों और मछुआरों को चेतावनी
साइक्लोन मोखा की वजह से तटवर्ती इलाकों के मछुआरों और किसानों को चेतावनी जारी कर दी गई है। मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है। वही सेंसेटिव जोन में भूस्खलन का खतरा भी है। आपात राहत दल वहां तैनात कर दिए गए हैं। वही किसानों को सलाह दी गई है कि अपनी पककी (तैयार) हुई फसल को वह तुरंत काट कर रख ले।
क्या मानसून भी प्रभावित होगा?
आईएमटी का कहना है, मानसून अपने निर्धारित समय पर आएगा। यह 1 जून को केरल तट पर पहुंच जाएगा। आपको बता दें भारत में अधिकांश वर्षा दक्षिण पश्चिमी मानसून से होती है। ऐसे में आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्रा ने कहा है कि मोचा चक्रवात मानसून को अधिक प्रभावित नहीं करेगा।