India vs China: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने शनिवार (13 जनवरी 2024) को चीन को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान चीन और भारत के बीच सीमा गतिरोध और व्यापार संबंधों पर अपनी प्रतिक्रिया रखी। विदेश मंत्री ने कहा चीन को उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि सीमा पर गतिरोध के बीच भारत के साथ संबंध सामान्य हो सकते है। विदेश मंत्री ने साफ कहा जंग-व्यापार एक साथ संभव नहीं हैं।
चीन ने गलवान में तोडा था समझौता
विदेश मंत्री का यह जवाब ‘भू-राजनीति में भारत का उदय’ विषय अपने वक्तव्य के बाद दर्शकों के सवाल पर आया। साथ ही उन्होंने कहा कूटनीति जारी रहती है और कभी-कभी कठिन परिस्थितियों का समाधान जल्दबाजी में नहीं निकलता है। एस जयशंकर ने इस दौरान स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच सीमाओं पर आपसी सहमति नहीं बनी है। लेकिन निर्णय लिया गया कि वे सैनिकों को इकट्ठा नहीं करेंगे और एक-दूसरे की गतिविधि के बारे में सूचित करेंगे।
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एक आपसी निर्णय के बाबजूद पडोसी देश चीन ने 2020 में इसका उल्लंघन किया। जयशंकर ने साल 2020 में हुई गलवान घटना का जिक्र करते हुए कहा कि चीन बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ले आया था। इस वजह से ही गलवान की घटना घटित हुई थी।
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जंग और व्यापार एक साथ नहीं हो सकते
जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा कि यह असंभव है कि एक ही समय में लड़ना और व्यापार हो नहीं सकता। इस बीच, कूटनीति चल रही है और कभी-कभी कठिन परिस्थितियों का समाधान जल्दबाजी में नहीं आता है।