जयपुर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक ए इंसान पार्टी ने मुखिया इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पाकिस्तान रेंजर्स ने उनको गिरफ्तार किया और बाद में उन्हें पुलिस को सौंप दिया। इमरान खान की गिरफ्तारी अल-कादिर ट्रस्ट मामले में हुई है। हालांकि, इमरान खान को अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा पहले से ही था। उन्होंने एक दिन पहले ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर उर्फ 'डर्टी हैरी' पर अपनी हत्या की कोशिश करने के आरोपों को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि आईएसआई का एक वरिष्ठ जनरल कई मौकों पर मेरी हत्या की साजिश रच रहा है।
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ये है मेजर जनरल फैसल नसीर
मेजर जनरल फैसल नसीर प्रसिद्ध लेखक शम्मा खालिद के बेटे हैं। शम्मा खालिद ने रेडियो पाकिस्तान में उप नियंत्रक के रूप में कार्य किया है। उन्हें 14 अगस्त को पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा सितारा-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया गया था। फैसल नसीर को भी हिलाल-ए-शुजात पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। ब्रिगेडियर से मेजर जनरल बनने के बाद फैसल नसीर को आईएसआई में डायरेक्टर जनरल काउंटर इंटेलिजेंस (डीजीसी) का पद दिया गया। यह आईएसआई चीफ या डायरेक्टर जनरल के बाद सबसे प्रमुख ओहदा होता है।
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मिल चुका है सुपर सिपाही का तमगा
फैसल नसीर 1992 में पाकिस्तान की फौज में बतौर सब लेफ्टिनेंट कमीशन हुए थे। उन्हें कोर ऑफ मिलिट्री इंटेलिजेंस में तैनात किया गया। उन्होंने बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे आतंक प्रभावित इलाकों में कई सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया। उनका काम काउंटर इंटेलिजेंस का था। बलूचिस्तान के वरिष्ठ नेता सीनेटर सरफराज बुगती के मुताबिक, मेजर जनरल फैसल नसीर के काम के कारण उन्हें 'सुपर सिपाही' का तमगा दिया गया। मेजर जनरल फैसल नसीर अगस्त 2022 में आईएसआई में इंटरनल विंग के चीफ के तौर पर नियुक्त हुए। फैसल नसीर को तमगा ए वजारत और एडमिनिस्ट्रटिव कामों के किए कई दूसरे पुरस्कार भी दिए जा चुके हैं।
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ये काम करती है आईएसआई की इंटरनल विंग
आईएसआई की इंटरनल विंग को आमतौर पर पोलिटिकल विंग बताया जाता है। इस विंग को आम बोलचाल में 'सी' भी कहा जाता है। ऐसे में इसके चीफ को डीजीसी के नाम से जाने जाते हैं। आईएसआई के पूर्व चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद और जनरल जहीरुल इस्लाम भी इस ओहदे पर रह चुके हैं। फैज हमीद पर मुस्लिम लीग-नवाज ने पाकिस्तान की राजनीति में दखल देने का आरोप लगाया था। लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के बाद मेजर जनरल इरफान मलिक पर भी मरियम नवाज ने राजनीति में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था।