Ram Mandir बनने के बाद कई लोगों को जलन हो रही है और ऐसे में 57 मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि अयोध्या में हुई राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सही नहीं है। यह पहली बार नहीं है जब OIC ने भारत के आंतरिक मामले में टिप्पणी की हो, वह कई मामलों में ऐसा कर चुका है लेकिन राम मंदिर बनने की नींदा करने पर उसको लेकर लोगों भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है।
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इस संगठन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि इस्लामिक स्थल बाबरी मस्जिद को एक सोची समझी योजना के तहत ध्वस्त किया गया और इसके बाद मंदिर बनाया गया है हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
Ram Mandir में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पाकिस्तान ने भी इसका विरोध किया है और कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की जगह राम मंदिर के उद्घाटन की निंदा करते हैं। मस्जिद को ध्वस्त किया गया और फिर भारत की सबसे बड़ी अदालत ने इस घटना के जिम्मेदार लोगों को बरी कर दिया।
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बाबर के वंशजों का माफी नामा
अयोध्या में राममंदिर तोडऩे में अहम योगदान देने वाले बाबर के वंशज होने का दावा करने वाले प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी ने श्रीराम मंदिर के तोडे़ जाने पर माफी मांगी है। उन्होंने लिखित में मांगी है और राममंदिर बनाने में उनको कोई आपत्ति नहीं है व पहली नींव का पत्थर वे ही रखेंगे। यह पत्र साल 2018 का है लेकिन इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है।