Kuwait Fire Indians : कुवैत पर इस वक्त मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। कल एक इमारत में भीषण आग लगने से करीब 41 मजदूरों की मौत हो गई थी। इन में से 40 मजदूर भारत से ताल्लुक रखते हैं। भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिये है। पीएम मोदी (PM Modi Kuwait News) ने दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग बुलाकर कुवैत के लिए मदद भेज दी है। मरने वाले तो अब वापस नहीं आएंगे, लेकिन कारणों की जांच होनी चाहिए कि आखिर कुवैत की इकोनॉमी को सहारा देने वाले भारतीय समुदाय को (Kuwait Fire Indians) वहां कैसे एक छोटे से कमरे में भेड़ बकरियों की तरह ठूस दिया जाता है। यकीनन गलती हुई है लेकिन इसका जिम्मेदार कौन है ये कुवैत की सरकार को तय करना है।
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कुवैत में किस हाल में रहते हैं भारतीय (Kuwait Fire Indians)
कुवैत में इस समय लगभग 10 लाख भारतीय रहते हैं। कुवैत की करेंसी ज्यादा होने की वजह से भारत से हर साल लाखों लोग कुवैत खाने कमाने जाते हैं। वहां ये लोग बड़े मुश्किल हालात में रहते हैं। जैसे तैसे करके पैसे बचाने के चक्कर में छोटी छोटी और अर्ध-निर्मित इमारतों के छोटे कमरों या लेबर कैंप्स में रहते हैं। ताकि अपने घर पर ज्यादा पैसे भेज सके। अवैध रुप से कुवैत जाने वाले भी इन इमारतों में छुप छुपाकर रहते हैं। ऐसे में एक ही जगह बहुत ज्यादा भीड़ जमा हो जाती है। ऊपर से पाइपलाइन वाली गैस ने आग लगने की माकूल वजह दे रखी है।
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On the directions of PM @narendramodi ji, MoS @KVSinghMPGonda arrived in Kuwait and immediately rushed to Jaber hospital to ascertain well being of injured Indians in the fire incident yesterday. He met the 6 injured admitted at the hospital. All of them are safe. pic.twitter.com/p7DrKItfIM
— India in Kuwait (@indembkwt) June 13, 2024
कुवैत में कितने रुपये मिलते हैं (Kuwait me Indians ki Salary)
कुवैत की करेंसी भारत के मुकाबले 272 रुपये है। ऐसे में वहां अकुशल भारतीय मजदूरों की एक बड़ी डिमांड रहती है। खाड़ी देशों में कुवैत की करेंसी सबसे ज्यादा होने से भारतीय यहां बड़ी संख्या में जाते हैं। लेकिन कुवैत की कंपनियां इन्हें ज्यादा पैसा (Kuwait me Indians ki Salary) नहीं देती हैं। यानी जिनके पास कम अनुभव है और जो कम पढ़े लिखे हैं उनका यहां जमकर शोषण होता है। लेकिन घर से दूर ये मजदूर बेचारे कम पैसे में भी गुजारा कर लेते हैं। क्योंकि घर पर पैसा जो भेजना है। मिसाल के तौर पर कुवैत में बढ़ई, राजमिस्त्री, ड्राइवर और पाइपफिटर को 300 डॉलर प्रति माह की न्यूनतम मजदूरी दी जाती है। जबकि भारी वाहन चालकों और घरेलू कामगारों की तनख्वाह थोड़ी बेहतर होती है।
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इंडिया ने कुवैत के लिए भेजी मदद (India Helps Kuwait)
इसके अलावा PM मोदी ने गमजदा परिवार के प्रति संवेदनाएं जताईं हैं (PM Modi Kuwait News) तथा मरहूम की मगफिरत के लिए दुआ भी की है। भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह (Kirti Vardhan Singh State Minister External Affairs) कुवैत रवाना हो चुके हैं। वे आग लगने से घायल हुए लोगों की सहायता की निगरानी करने और मृतकों के शवों को जल्द वापस लाने में भारतीय दूतावास की हर मुमकिन मदद करेंगे।
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— India in Kuwait (@indembkwt) June 12, 2024
कुवैत फायर हेल्पलाइन नंबर – 112
Emergency Phone Number of Police, Ambulance and Fire Services – 112
भारतीय दूतावास इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +965-65505246