Maldives China Friendship: भारत और मालदीव के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। इस बीच मालदीव के राष्ट्रपति 'मोहम्मद मुइज्जू' (Mohammad Muizzu) चीन की यात्रा पर जा रहे है। उनकी लगातार चीन से बढ़ रही नजदीकियां भारत के साथ उसकी मित्रता पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। भारत और मालदीव के बीच उपज रहे तनाव के बीच चीन ने कहा है कि मालदीव के साथ उसके रिश्ते भविष्य को लेकर मजबूत और सहयोगात्मक बने रहेंगे।
मुइज्जू के स्वागत की चीन में तैयारी
चीन का कहना है कि दोनों देश भविष्य को लेकर मजबूत दोस्ती और सहयोगात्मक साझेदारी बनाने पर सहमत हुए है। दोनों देशों के राष्ट्रपति द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा करेंगे। कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी करेंगे। यही नहीं शी जिनपिंग 8 से 12 जनवरी तक मुइज्जू के लिए एक स्वागत समारोह और एक स्वागत भोज की मेजबानी करेंगे। मुइज्जू से मुलाकात करने वालों में चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग और नेशनल पीपुल्स कांग्रेस अध्यक्ष झाओ लेजी का नाम भी होगा।
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मोहम्मद मुइज्जू हैं चीन समर्थक नेता
Mohammad Muizzu और Xi Jinping के बीच द्विपक्षीय वार्ता की तारीख सामने नहीं आई है। गौरतलब है कि साल 2014 में चीन के राष्ट्रपति शी भी मालदीव पहुंचे थे। बीते एक दशक के अंदर दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हुए है। बेल्ट एंड रोड सहयोग और पारंपरिक मित्रता को गहराई मिली है।
मोहम्मद मुइज्जू ने जब से मालदीव के राष्ट्रपति का पद संभाला है, तभी से उनका झुकाव चीन की तरफ रहा है। उन्हें चीन समर्थक नेता के रूप में देखा जाता है। उन्होंने सितंबर में हुए राष्ट्रपति के चुनाव में भारत-मित्र इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हराने के बाद मालदीव के आठवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।