चीन के बढ़ते वर्चस्व को कम करने के लिए अमेरिका अब नए नए तरीके अपनाने लगा है। इसी के चलते अमेरिका की ओर से ताइवान को 28 हजार करोड़ रुपए का पैकेज देने की घोषणा की है। जिसमें सिर्फ हथियार ही नहीं मिलिट्री एजुकेशन और ट्रेनिंग के लिए भी फंड दिया जाएगा। यह घोषणा अमेरिका की ओर से शुक्रवार को की गई थी। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गयाा है कि इस फैसले के बाद ताइवान उसपर होने वाले हमलों का जवाब देने में सक्षम रहेगा।
एयर डिफेंस को करेगा मजबूत
इस घोषणा के बाद सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मदद के बाद ताइवान को सुरक्षा के लिहाज से काफी मदद मिलेगी। उसे पाकिस्तान की तरफ से पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम, पिस्टल राइफल आदि उपलब्ध करवाए जाएंगे।
भड़का चीन
अमेरिका की ओर से ताइवान को मिलिट्री पैकेज देने से चीन को परेशानी होने लगी है। वॉशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता की ओर से तो यह तक कहा गया कि अमेरिका ऐसा ताइवान में हिंसा और तनाव बढ़ाने के लिए कर रहा है।
खुद के पास से की मदद
अमेरिका जो हथियार ताइवान को दे रहा है वो वह अपने लिए रखे हथियारों में से दे रहा है। जिससे तैयार करने का समय भी न लगे। ऐसे में ताइवान को उनकी डिलीवरी जल्द मिल जाएगी। इसकी मंजूरी अमेरिकी संसद की ओर से राष्ट्रपति बाइडेन को दी गई है कि वो रिजर्व में से ताइवान को हथियार दे सके।
चीन की चालकी नाकाम
ताइवान और चीन में पहले से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है। चीन ताइवान को वन चाइना के तहत लेता है। वहीं ताइवान की नीति कुछ और हैं। पहले भी अमेरिका के दखल के बाद चीन की ओर से ताइवान को 71 फाइटर जेट्स से घेरा गया था। हालांकि इसे बाद में ड्रिल का नाम दे दिया गया।