सुरक्षा, डिजीटलीकरण, परमाणु निरस्त्रीकरण, जलवायु परिवर्तन और विकास जैसे मुद्दों पर बात करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपना जापान का सफर शुरू कर रहे हैं। यहां वे दो दर्जन से ज्यादा नेताओं के साथ वार्ता करेंगे। यही नहीं वे यहां महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने संवाददाताओं को उनकी यात्रा के पहले चरण की जानकारी दी।
जापान के हिरोशिमा की यात्रा में वे विकसित अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-7 के वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए कर रहे हैं। वे जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की इस यात्रा में छ दिन रुकने वाले हैं। जहां वे 40 से अधिक कार्यक्रमों में कई नेताओं के साथ मिलेंगे। जिसमें द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लेने वाले हैं।
मोदी यहां पर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के बुलावे पर गए हैं। जापान, जी-7 समूह का अध्यक्ष है और शिखर सम्मेलन की मेजबानी भी कर रहा है। यह यात्रा भारत के साथ जापान के संबंधों को मजबूत करने के लिए बहुत अहम साबित होने वाली है। मोदी यहां पर आर्थिक सुरक्षा, क्षेत्रीय मुद्दे, जलवायु परिवर्तन, सम्पर्क बढ़ाने, डिजिटलीकरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, परमाणु निरस्त्रीकरण, खाद्य और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर भाग लेंगे। भारत यहां तीन औपचारिक सत्रों में भाग लेगा। इसके पहले दो सत्र 20 मई और 21 मई को होने हैं। वहीं तीसरा सत्र विश्व के शांतिपूर्ण, प्रगतिशीलता के विषयों पर होगा।
क्वत्रा के अनुसार यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज भी भाग लेने आने वाले हैं। यहां प्रधानमंत्री मोदी जापान से पोर्ट मोरेस्बी तक की यात्रा करेंगे। यहां 22 मई को पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ वे कार्यक्रम की संयुक्त रूप से मेजबानी भी करेंगे। मोदी तीसरे चरण की यात्रा में क्वाड शिखर सम्मेलन में 22 से 24 मई तक सिडनी रहेंगे। जहां वे वे 24 मई को आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लेंगे।