जयपुर। नेपाल में एकबार फिर से हिंदू राजतंत्र की वापसी को लेकर आंदोलन किए जा रहे हैं। हिंदू राजतंत्र की वापसी को लेकर की मांग तेज हो गई है। आपको बता दें कि हाल ही में नेपाल की राजधानी काठमांडू में राजतंत्र समर्थकों ने प्रदर्शन किया है और हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर झड़पें हुई। देश में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। इसको लेकर नेपाल की प्रचंड सरकार ने सेना को अलर्ट पर रखा है। माना जा रहा है कि यह नेपाल में अराजकता की स्थिति पाकिस्तान से रिश्ते बनाने के बाद हुई है। ऐसे में आइए जानते हैं कि नेपाल और वहां की राजनीति में पाकिस्तान का दखल कितना है।
1962 में हुआ द्विपक्षीय व्यापार समझौता
नेपाल और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए 19 अक्टूबर 1962 को एक व्यापार समझौता किया। 1982 के एक और व्यापक व्यापार समझौते के बावजूद, द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा तुलनात्मक रूप से 4.8 मिलियन अमेरिकी डॉलर पर कम बनी हुई है। पाकिस्तान नेपाल में 1.631 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात करता है। वहीं, नेपाल से पाकिस्तान को 3.166 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया जाता है। इन दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार, विशेषकर कपड़ा, तिलहन, तेल निष्कर्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास बढ़ाए हैं। पाकिस्तान की तरफ से नेपाल को 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा की भी पेशकश की हुई है। आपको बता दें कि नेपाल और पाकिस्तान दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार समझौते के हस्ताक्षरकर्ता और दक्षिण एशियाई आर्थिक संघ के सदस्य भी हैं।
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FNCCI-FPCCI संयुक्त व्यापार परिषद
आपको बता दें कि फेडरेशन ऑफ नेपाली चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने FNCCI-FPCCI संयुक्त व्यापार परिषद की स्थापना की है। इन संघों की बैठकें दोनों देशों के व्यापारिक समुदायों को एक-दूसरे के देशों में व्यापार के अवसरों पर मिलने और चर्चा करने का अवसर प्रदान करती हैं।
पाकिस्तान में पढ़ रहे नेपाली स्टूडेंट्स
यह भी बड़ी बात है कि पाकिस्तान की तरफ से पाकिस्तान तकनीकी सहायता कार्यक्रम के तहत, नेपाल को चिकित्सा, फार्मेसी और इंजीनियरिंग में सालाना छात्रवृत्ति देता है। पाकिस्तान में 500 नेपाली छात्र चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग, फार्मेसी, सूचना प्रौद्योगिकी, सामाजिक विज्ञान, प्रबंधन और जन संचार के क्षेत्र में उच्च अध्ययन कर रहे हैं। पाकिस्तान नेपाल के सरकारी अधिकारियों को दीर्घकालिक और अल्पकालिक प्रशिक्षण देता है।
नेपाली छात्रों को पाकिस्तान देता है 15 छात्रवृत्तियां
पाकिस्तान चिकित्सा, दंत चिकित्सा, फार्मेसी और इंजीनियरिंग में पाकिस्तान तकनीकी सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत नेपाली छात्रों को सालाना 15 छात्रवृत्तियां दे रहा है। साथ ही कुछ नेपाली छात्र स्व-वित्त आधार पर मानविकी और व्यवसाय प्रशासन के क्षेत्रों में अध्ययन कर रहे हैं। पाकिस्तान ने नेपाली सेना के अधिकारियों को अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रशिक्षण भी प्रदान किया है।
नेपाल पाकिस्तान सुरक्षा संबंध
नेपाल और पाकिस्तान सैन्य सहयोग विकसित करना शुरू किया है। इसके तहत नेपाल पाकिस्तान से हथियार आयात कर रहा है। नेपाल में लोकतंत्र का दमन करने के लिए 2004 और 2006 के बीच भारत, ग्रेट ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका से निंदा की गई। नेपाली राजशाही ने चीन और पाकिस्तान के साथ सैन्य सहयोग विकसित किया। इन्होंने ही राजशाही को सत्ता में बने रहने के लिए नेपाल को व्यापक सैन्य सहायता, हथियार और सैन्य उपकरण दिए। पाकिस्तान और चीन दोनों ने नेपाल को मध्यम तकनीक के हथियार मुहैया कराए हैं।
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इस्लामाबाद में मौजूद नेपाल मैत्री समूह
नेपाल और पाकिस्तान ने मई 1970 में सांस्कृतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना, अंतर-विश्वविद्यालय संबंध स्थापित करना और रेडियो और टेलीविजन के बीच सहयोग करना है। आपको बता दें कि पाकिस्तान-नेपाल मैत्री एवं सांस्कृतिक संघ काठमांडू में कार्यरत है। वहीं, इस्लामाबाद में भी एक नेपाल मैत्री समूह मौजूद है।
हर साल 5000 पाकिस्तानी जाते हैं नेपाल
इसके अलावा पाकिस्तान और नेपाल ने फरवरी 2009 में पर्यटन सहयोग पर समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता पर्यटन और पुरातत्व में आपसी सहयोग देता है। पर्यटन संगठनों और यात्रा और टूर ऑपरेटरों का आदान-प्रदान, तीसरे देशों के पर्यटकों को अपने संबंधित देशों की यात्रा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सहयोग करना, पर्यटन सूचना, सामग्री और अनुभव का पारस्परिक आदान-प्रदान करना, पर्यटन-संबंधी फिल्मों और वीडियो-टेप का निर्माण करना तथा निवेश के लिए संयुक्त सहयोग करना है। पाकिस्तान से प्रतिवर्ष लगभग 5,000 पर्यटक नेपाल आते हैं।