जयपुर। भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय अमेरिका की यात्रा पर हैं। उन्होंने पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में एक बयान दिया जो सुर्खियों में है। उन्होंने वहां पर पाकिस्तान को पूरी तरह बेनकाब कर दिया। भारत से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की तुलना में बेहतर कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है और उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है।
ये कौन बच्चा है जो आठ की उम्र में 800 करोड़ का मालिक बना
पाकिस्तान ने खुद को मुस्लिम देश घोषित किया
निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत के 2 हिस्सों में विभाजित होने के बाद पाकिस्तान अस्तित्व में आया। पाकिस्तान ने खुद को एक मुस्लिम देश घोषित किया और कहा कि अल्पसंख्यकों को संरक्षण दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं किया। वहां हर अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या सिकुड़ती जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय भी संकट में हैं।
UAE ने रातों-रात किया जम्मू-कश्मीर में बड़ा इन्वेस्टमेंट, मॉर्निग न्यूज अखबार पढ़ते ही छाती पीटने लगे पाकिस्तानी
भारत में मुस्लिम बढ़, लेकिन पाकिस्तान में हिंदू घटे
सर्वे ऑफ ह्यूमन राइट्स के अनुसार, 1941 की जनगणना के मुताबिक पाकिस्तान में 14 फीसदी हिंदू थे। 1951 की जनगणना में यह संख्या सिकुड़कर सिर्फ 1.3 प्रतिशत रह गई। 2022 की सेंटर फॉर पीस एंड जस्टिस पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में कुल हिंदू 22,10,566 हैं जो देश की कुल आबादी का सिर्फ 1.18 प्रतिशत है।
122 करोड़ रुपये में बिकी कार की ये नंबरप्लेट! लेकिन यहां दान की जाएगी पूरी कीमत
अहमदिया मुस्लिमों पर जुल्म
पाकिस्तान में अल्लाह की इबादत करने वाले भी सुरक्षित नहीं हैं। हर साल अहमदिया मुसलमानों और उनके धार्मिक स्थलों पर हमलों की कई घटनाएं दर्ज की जाती हैं। पाकिस्तान के मुस्लिम अहमदिया समुदाय के लोगों को श्गैर-मुस्लिमश् मानते हैं। साल 2021 से अहमदिया समुदाय के पूजा स्थलों पर 30 से अधिक हमले हो चुके हैं।
भारतीय पीएम मोदी के फैसले से खुश है इमरान खान, दो बार कर चुके तारीफ
शिया मस्जिदों में बम फट रहे
पाकिस्तान में शिया समुदाय का हाल भी कुछ ऐसा ही है। बीते कुछ महीनों में हम पाकिस्तान की शिया मस्जिदों पर आत्मघाती हमलों की कई घटनाएं देख चुके हैं। पिछले साल पंजाब प्रांत में शिया समुदाय के एक जुलूस पर चरमपंथी इस्लामी समूह ने हमला कर दिया था जिसमें 13 लोग घायल हो गए थे। पाकिस्तानी कट्टरपंथी अक्सर ईशनिंदा कानून से शिया मुस्लिमों को निशाना बनाते हैं। इसी तरह के खतरों का सामना पाकिस्तान का हजारा मुस्लिम समुदाय भी करता है।
रूस से युद्ध के बीच भारत आ रही यूक्रेन की मंत्री, जानिए पाकिस्तान चुपके से हथियार देगा या नहीं
हजारा मुस्लिम का जीना हराम
पाकिस्तान एक सुन्नी मुस्लिम बहुल देश है जो हजारा जैसे अल्पसंख्यक समुदाय का विरोध करते हैं। हजारा मुस्लिम न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अफगानिस्तान में भी सताए जाते हैं। हजारा दरअसल शिया मुस्लिमों की ही एक कौम है। ये लोग पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बसते हैं। हजारा समुदाय के लोग फारसी, मंगोलियाई और तुर्क वंश के अफगान जातीय अल्पसंख्यक हैं। पाकिस्तान में करीब 15 हजार हजारा मुस्लिम हैं जिनमें से ज्यादातर क्वेटा के आसपास रहते हैं।