मुंबई में हुआ दिल दहलाने वाला 26/11 का आतंकी हमला आज भी लोगों की दुख भरी यादों में शामिल है। इसमें मारे गए लोगों के परिजनों को अब 15 साल बाद थोड़ा सुकून मिला है। 2008 के मुंबई के आतंकी हमले जिसे 26/ 11 के नाम से याद किया जाता है उसकी प्लानिंग में शामिल रहने वाले आतंकी अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान में मौत हो गई।
पाकिस्तान की जेल में ही आया अटैक
अब्दुल सलाम भुट्टावी पाकिस्तान की जेल में टेरर फंडिंग के एक मामले में सजा काट रहा था। उसे पंजाब के शेखपुरा जेल के टेरर फंडिंग के मामले में 16 साल की सजा काट रहा था। बताया जा रहा है यहां ही उसे हार्ट अटैक आया। जिसके बाद उसकी मौत हो गई। भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी की ओर से भी इस खबर को सही बताया गया है।
भुट्टावी ने हमलों के लिए किए थे फतवे जारी
भुट्टावी पर अमेरिका में ट्रेजरी विभाग की ओर से आतंकी हमलों के लिए फंड जुटाने का आरोप लगाया था। यही नहीं उस पर आतंकियों की भर्ती का भी आरोप लगाया गया था। जिसके बाद उस पर पाबंदियां लगा दी गई थी। जिसमें कहा गया था कि भुट्टावी ने फतवे और भाषण देकर मुंबई में हुए हमले के लिए आतंकियों को तैयार किया था। इस आरोप के समय 2011 में ही आतंकी ने खुद कबूला था कि वो आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से 20 सालों तक जुड़ा हुआ था।
हमले के समय भुट्टावी था हेड
26/11 के हमले के समय भुट्टावी ही लश्कर ए तैयबा का हेड था। इस समय संगठन के चीफ हाफिज सईद को पाकिस्तान से हिरासत में ले लिया गया था। उसक रहते ही 2008 में यह आतंकी हमला हुआ था। जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले में 10 आतंकी शामिल थे। इस समय मुंबई के लियोपोल्ड कैफे, नरीमन हाउस, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, होटल ताज, होटल ट्राइडेंट ओबेराॅय में आतंकी हमले के लिए गए थे।