जयपुर। भारत-पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर विवाद कई सालों से चला आ रहा है जिनमें कश्मीर एक ऐसा मुद्दा है जिसको लेकर दोनों देश अब तक एक इंच भी नहीं झुके हैं। लेकिन, अब इमरान खान ने कश्मीर पर पाकिस्तान के छिपे हुए रुख का बड़ा खुलासा किया है। इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान भारत के साथ एक शांति प्रस्ताव पर काम कर रहा था। इन सबके बीच इस्लामाबाद ने 2019 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा की मेजबानी की भी योजना बना ली थी।
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इमरान खान ने किया ये खुलासा
पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था और अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के भारत के फैसले के बावजूद पाकिस्तान इसके साथ आगे बढ़ा था। इमरान खान ने अटलांटिक काउंसिल के साथ एक साक्षात्कार में भारत-पाकिस्तान को लेकर इन बातों का खुलासा किया।
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ऐसे हुए सेना से संबंध खराब
इमरान खान के बाजवा से संबंध तब से खराब हो गए, जब सेना ने उनकी सरकार का समर्थन करना बंद कर दिया था। अप्रैल 2022 में संसदीय विश्वास मत में इमरान खान को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इमरान खान ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे इतना याद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर बात होनी थी, इसका रोडमैप भी तैयार कर लिया गया था। उन्होंने भारत के साथ व्यापार वार्ता के जिक्र पर कोई जानकारी नहीं होने की बात कही।
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भारत ने नहीं दी थी तवज्जो
इमरान खान की टिप्पणियों पर भारतीय अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। भारत के विदेश मंत्रालय ने बार-बार बातचीत के मुद्दे को पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद के समर्थन को समाप्त करने और आतंकवादी समूहों के खिलाफ विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई से निपटने के लिए जोड़ा है।
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अब हो चुकी गई वार्ताएं
दोनों देशों ने फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा पर 2003 के संघर्ष विराम को दोनों पक्षों के सुरक्षा अधिकारियों के बीच कई दौर की गुप्त बैक-चैनल वार्ता के बाद पुनर्जीवित किया था। इमरान खान ने कहा, "हम क्या करने वाले थे? नियति को स्वीकार करें? या वास्तव में कश्मीर के लोगों के साथ खड़े हों जिन्होंने इस तरह के बलिदान दिए थे? वास्तव में, मेरा पहला बयान था, 'तुम हमारी ओर एक कदम बढ़ो, हम तुम्हारी ओर दो कदम बढ़ेंगे'।