जयपुर। Petrol Price Increase : भारत में अब पेट्रोल की कीमत 150 रूपये प्रतिलीटर पार जा सकती है! क्योंकि ईरान के राष्ट्रपति व बड़े नेताओं के की मौत से भारत-ईरान दोस्ती पर बड़ा फर्क पड़ सकता है। क्योंकि, भारत के साथ दोस्ती को लेकर नए राष्ट्रपति व नेताओं का क्या रूख रहेगा इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। भारत और ईरान के बीच चाबहार डील के एक हफ्ते बाद ही इस भयानक मौत की वजह से अरब जगत में युद्ध छिड़ सकता है। इस सीधा असर भारत पर होगा क्योंकि हम ईरान से बड़ी मात्रा में तेल (Oil Import From Iran) खरीदते हैं। नए राष्ट्रपति का रूख भारत के साथ सही हुआ और अरब में युद्ध हुआ (Iran Israel War) तो तेल सप्लाई संकट में आ जाएगी। इस कारण भारत में तेल कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है।
ईरान के नेताओं की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत
गौरतलब है कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री समेत कई लोगों की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत (Iran President Death) हो गई है जिससें पूरा देश गम में डूबा है। यह हेलीकॉप्टर अजरबैजान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें सवार सभी लोग मारे जा चुके हैं। इसी के साथ ही अब पूरी दुनिया की नजर ईरानी राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत के बाद पड़ने वाले असर पर बनी हुई है। भारत भी इस घटनाक्रम को बारीकी से देख रहा है क्योंकि इस घटना का इल्जाम जिस पर भी लगेगा उसके खिलाफ ईरान युद्ध छेड़ सकता है जिसका असर भारत समेत कई देशों में तेल की कीमतों पर पड़ेगा।
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पहले से चल रहा इजरायल और हमास युद्ध
आपको बता दें कि ईरानी नेताओं की मौत का यह हादसा ऐसे समय में हुआ है इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्ध चल रहा है। दूसरी तरफ लेबनान में मौजूद ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ युद्ध छेड़ा हुआ है। वहीं, इजरायल और ईरान का भी अप्रत्यक्ष युद्ध चला हुआ है क्योंकि ईरान इजरायल के ऊपर किलर ड्रोन और रॉकेट से हमले कर दिए थे। ऐसे में यदि अब इजरायल पर ईरानी नेताओं की मौत का इल्जाम लगता है तो वो भी उसके खिलाफ युद्ध छेड़ सकता है जिसका परिणाम पूरी दुनिया को महंगाई (Iran Israel War Effect) के तौर पर भुगतना पड़ सकता है।
प्रगाढ़ हैं भारत और ईरान रिश्ते
हालांकि, माना जा रहा है कि इस घटना के बाद भी ईरान के अन्य देशों के साथ संबंध पहले की तरह ही रहने की संभावना है। ऐसा इसलिए क्योंकि देश की नीतियों पर कोई भी फैसला पहले की तरह सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ही लेने वाले हैं। हाल ही में खामेनेई ने कहा था कि ईरान के लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं। सरकार बिना किसी व्यवधान के चलती रहेगी।
भारत पर क्या हो सकता है असर
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रईसी की मौत पर कहा कि वे ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन से ‘दुखी और स्तब्ध’ हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ‘भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।’ हाल ही में नई दिल्ली और तेहरान के बीच चाबहार बंदरगाह के संचालन को लेकर हुई ऐतिहासिक डील हुई थी। जिसके बाद यह पोर्ट अगले 10 सालों के लिए भारत को संचालन के लिए मिल गया है। इसके जरिए अब भारत अफगानिस्तान व मध्य एशिया में व्यापार करेगा।
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