जयपुर। Pig Kidney Transplants : डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में नई सफलता हासिल की है जिसके तहत जीवित इंसान को सूअर की किडनी लगा दी गई। यह कारनामा अमेरिका में किया गया है जहां सूअर की किडनी लगाने के बाद मरीज की सेहत में सुधार हो रहा है और अब उसें छुट्टी दी जा सकती है।इसमें सबसे खास बात ये है कि इस मरीज को पहले मानव की किडनी लगाई गई थी लेकिन 5 साल बाद वो खराब हो गई थी, लेकिन अब सूअर की किडनी लगाई गई है जो सफल रही। यह मेडिकल क्षेत्र की बड़ी सफलता है जिसने किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए संभावना के नए द्वार खोले हैं।
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इंसान के लगाई सूअर की किडनी
यह कारनामा अमेरिका के मैसेच्युसेट्स जनरल अस्पताल में हुआ है जहां 4 घंटे की सर्जरी में डॉक्टरों ने उपलब्धि हासिल की। आपको बता दें कि 1954 में इसी अस्पताल में दुनिया का पहला किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था। डॉक्टरों का कहना है कि सूअर की किडनी लगवाने वाले 62 वर्षीय रिक स्लेमैन की हालत में सुधार हो रहा है और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
पशुओं के अंगों के इंसानों में ट्रांसप्लांट की उम्मीद जगी
डॉक्टरों का कहना है कि यह नई किडनी वर्षों तक चल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जानवरों से मानवों में अंग प्रत्यारोपण में अभी भी कई बातों का पता लगाया जाना बाकी है। लेकिन, इस सफलता से भविष्य में जानवरों के अंगों के अधिक ट्रांसप्लांट की उम्मीद जग गई है। इससे पहले डॉक्टर ब्रेन-डेड लोगों में परीक्षण के तौर पर सुअर की किडनी प्रत्यारोपित कर चुके हैं। हालांकि, जिंदा मनुष्य में इस तरह किडनी ट्रांसप्लांट का यह पहला मामला है।
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लोगों में किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर जगी उम्मीद
स्लेमैन का कहना है कि उन्होंने इसे केवल अपनी मदद के तौर पर नहीं, बल्कि उन हजारों लोगों को उम्मीद के रूप में देखा है जो किडनी की गंभीर बीमारी से लड़ रहे हैं। आज के समय में बहुत सारे मानव मरीज डोनर इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मानव अंगों दाताओं की काफी कमी है। अमेरिका में रोज 17 लोग किसी न किसी अंग के इंतजार में मर जाते हैं। इनमें किडनी सबसे ज्यादा मौतें डोनर नहीं होने की वजह से होती है। अब जानवरों के अंगों के मानवों में सफल प्रत्यारोपण से यह समस्या हल करने में मदद मिल सकती है। आपको बता दें कि हाल ही में डॉक्टरों ने सूअरों से मनुष्यों में हृदय ट्रांसप्लांट का भी प्रयास किया था।