रूस और यूक्रेन पिछले करीब दो माह से एक दूसरे पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। इन दोनों देशों में चलता ये युद्ध अब पूरी दुनिया पर भारी पड़ सकता है। रूस ने दक्षिण पूर्वी यूक्रेन के जापोरिज्जिया परमाणु उर्जा केन्द्र पर मिसाइलों और ड्रोन से अटैक किये हैं। इस हमले के बाद यूक्रेन के परमाणु संयंत्र की बिजली सप्लाई काट दी गई है। ऐसे में संयंत्र पूरी तरह से बाहरी इलाकों से कट गया है। ऐसा इसलिए भी किया गया है क्योंकि हमले के बाद से वहां से रेडिएशन का खतरा बहुत बढ़ गया है। यदि ऐसा हुआ तो यूक्रेन ही नहीं अन्य देशों में रेडिएशन फैलने का खतरा रहेगा।
सिर्फ दस दिन और दुनिया सुरक्षित
यूक्रेन के परमाणु प्लांट के पास हमले के होने से वहां काफी नुकसान हुआ है। जिससे न्यूक्लियर प्लांट की बिजली चली गई है। ऐसे में प्लांट को ब्लैक आउट मोड पर लिया गया है। ये अभी तक का सातवां मौका है, जब प्लांट की बिजली काटी गई है। यह बिजली सप्लाई भी वहां के ईंधन के भंडार से की जा रही है। जो सिर्फ 10 दिनों के लिए ही पर्याप्त है। दस दिनों में बाहर से बिजली न मिलने पर वहां पर कार्य का सही संचालन नहीं हो पाएगा। ऐसे में संयंत्र में रेडिएशन होने की पूरी स्थिति है। जो कि इतना भयानक होगा कि अन्य देशों पर भी असर डालेगा।
बातचीत से करना होगा हल
क्षेत्र के गवर्नर की मानें तो यहां 4 रूसी मिसाइलें और 15 ड्रोन से हमला हुआ। जिससे व्यवस्थाएं खराब हो गई। संयुक्त राष्ट्र संघ के परमाणु प्रमुख की ओर से भी इस संयंत्र की सुरक्षा के लिए दोनों पक्षों से ही बातचीत की कोशिश भी की है। जिससे परमाणु संयंत्र सुरक्षित रह सके।
दुनिया में है दसवां नंबर
यूक्रेन के इस जापोरिज्जिया परमाणु प्लांट का दुनिया में भी बहुत महत्व है। ये 10 सबसे बड़े प्लांटों की गिनती में शामिल है। यह नीपर नदी के तट पर स्थित है। जहां से यूक्रेन में 20 प्रतिशत बिजली की आपूर्ति की जाती है।