Sabse Chota Desh Sealand : इस दुनिया में क्या बड़ा और क्या छोटा एक दिन सबको जाना है। लेकिन बात जब मुल्क की सीमाओं की होती है तो जमीन के आधार पर हम अक्सर कहते हैं कि फला देश बड़ा है और फला क्षेत्रफल के आधार पर छोटा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे छोटा देश (Smallest country in the world) इतना छोटा है कि यहां किसी भी सामान्य मोहल्ले से भी कम लोग रहते हैं। और तो और यहां आप बिल्डिंग बाजार तो भूल जाइए, यहां मकान तक नहीं है। तो फिर इसे देश कैसे करार दिया गया है। आखिर यहां लोग गुजारा कैसे करते होंगे। हम आपको बताते है कि दुनिया का सबसे छोटू देश (Sabse Chota Desh Sealand) कहां पर स्थित है और वहां का क्या कानून है।
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वैसे तो विश्व का सबसे छोटा देश आधिकारिक तौर पर वेटिकन सिटी यानी ईसाईयों की पवित्रनगरी को माना जाता है। लेकिन समुद्र में दो खंभों पर बसा हुआ एक छोटू देश हकीकत में दुनिया का सबसे कम भूभाग वाला मुल्क है। जी हां, ब्रिटेन के उत्तरी सागर में तट से 12 किमी की दूरी पर सीलैंड रियासत मौजूद है, जो एक माइक्रोनेशन के तौर पर जानी जाती है। इसे आधिकारिक तौर पर प्रिंसिपैलिटी ऑफ सीलैंड (Principality of Sealand) के नाम से जाना जाता है।
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मजेदार बात है कि सीलैंड पर जाने के लिए आपको स्पेशल परमिट और पासपोर्ट की जरूरत होती है। किसी भी देश की तरह सीलैंड का अपना एक राष्ट्रीय झंडा भी है। इतना ही नहीं इस देश की अपनी राजकीय मुद्रा और आर्मी भी है। हालांकि यहां पर कोई प्रधानमंत्री या फिर राष्ट्रपति नहीं होता है। दरअसल यहां राजतंत्र है। मतलब शाही परिवार की हुकूमत यहां चलती है। सीलैंड में शासन राजा-रानी संचालित करते हैं।
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दूसरे विश्व युद्ध के दौरान इंग्लैंड ने इस जगह का उपयोग जर्मनी से खुद को बचाने के लिए किया था। तब से ये माइक्रोनेशन बन गया। सीलैंड का कुल क्षेत्रफल 1 KM का चौथा हिस्सा यानी 250 मीटर (0.25 किलोमीटर) है। सीलैंड समंदर के ऊपर दो खंबों पर खड़ा हुआ है। ये देश इंग्लैंड के सफोल्क तटवर्ती इलाके से 10 किमी दूर है। कुल मिलाकर ये देश खंडहर हो चुके एक समुद्री किले पर बसा है जिसके अब केवल दो ही खंभे शेष बचे हैं।
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