Saudi Arabia US Delegation: माहे मुबारक रमज़ान का महीना चल रहा है। भारत में आज तीसरा रोजा है। वही सऊदी अरब में आज चौथा रमजान है। सऊदी अरब इन दिनों अपनी उदारवादी नीतियों के चलते दुनिया भर में वाहवाही लूट रहा है। लेकिन इस बीच प्रिंस सलमान के इरादों पर पानी फेरती हुई एक सनसनीखेज घटना सामने आ गई है। दरअसल सऊदी अरब में एक यहूदी धर्मगुरु (Saudi Arabia US Delegation) का अपमान किया गया है। क्या है पूरी कहानी हम यहां बताने जा रहे हैं। घटना पर अभी तक सऊदी प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
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मुस्लिम देश में यहूदी धर्मगुरू की बेइज्जती
(Saudi Arabia US Delegation)
US कमीशन ऑन इंटरनेशनल फ्रीडम (USCIRF) का डेलिगेशन सऊदी अरब का दौरा करने आया हुआ था। इस दौरान ऐसी घटना हो गई कि दौरा बीच में ही छोड़कर US Delegation अमेरिका लौट गया है। इस डेलिगेशन के मुखिया यहूदी धर्मगुरू रब्बी अब्राहम कूपर थे। सऊदी अफसरों ने कूपर से एक हेरिटेज साइट पर यहूदियों की खास धार्मिक टोपी उतारने को बोला। इस पर US Delegation के सदस्य भड़क गये। दरअसल किप्पा यहूदियों की एक खास तरह की टोपी है जो उनकी धार्मिक पहचान है। जैसे सिखों के लिए पगड़ी है।
टोपी उतारने की ज़िद पर अड़े सऊदी अधिकारी
अमेरिकी डेलिगेशन ने सऊदी अफसरों को लाख समझाया कि ये धर्म की पहचान है। इसे उतारना सही नहीं है। लेकिन सऊदी अरब के अधिकारी नहीं माने, आखिरकार US Delegation के सभी सदस्य नाराज होकर वापस देश लौट गए। आपको बता दे कि USCIRF अमेरिकी सरकार को मजहबी मामलों में सलाह देने वाली संस्था है। हालांकि, यह अमेरिकी विदेश विभाग का कोई सरकारी हिस्सा नहीं है। लेकिन फिर भी इस घटना को लेकर अब तक सऊदी सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया जारी नहीं की गई है।
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प्रिंस सलमान की सोच अलग है
जहां एक और प्रिंस सलमान (MBS Saudi Arabia) दिन रात सऊदी अरब की इमेज बनाने में लगे हुए हैं। वही इस घटना के बाद से ही पूरी दुनिया में अरब का नाम खराब हो रहा है। क्राउन प्रिंस की नीति है कि अगले कुछ सालों में सऊदी अरब की इकोनोमी को तेल से हटाकर ट्यूरिज्म पर फोकस करना है।
अमेरिकी प्रतिक्रिया क्या है?
USCIRF की तरफ से सऊदी अरब में हुई इस घटना पर आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इसके मुताबिक दिरियाह हेरिटेज साइट पर ये हादसा हुआ। आपको बता दे कि यही वो जगह है, जो आधिकारिक तौर पर सऊदी रॉयल फैमिली की जन्मभूमि मानी जाती है। इस घटना के बाद सऊदी सरकार या उसके किसी अफसर ने अब तक कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। रमजान के महीने में मुस्लिम देश में हुई इस तरह की घटना नाकाबिले बर्दाश्त है। इस्लाम हर गैर मजहब को पूरा सम्मान देता है।