Hindu New Year: आज के तकनीकी युग में बहुत से लोग ज्योतिष को पाखंड मानते हैं लेकिन एक देश ऐसा भी है जहां पर सरकार ने 40 से अधिक ज्योतिषियों की एक कमेटी बनाई हुई है। इस कमेटी को कई जरूरी काम भी सौंपे गए हैं जैसे नए साल कब से शुरू होगा, यह बताना।
भारत के पड़ौसी देश में है यह सिस्टम
हमारा पड़ौसी देश श्रीलंका एक बौद्ध बहुत देश हैं। वहां पर करीब 70 फीसदी आबादी बौद्ध धर्म और 13 फीसदी आबादी हिंदू धर्म को मानती हैं। दोनों ही धर्मों में ज्योतिष की अत्यधिक मान्यता है। कुल मिलाकर श्रीलंका के हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े महत्वपूर्ण फैसले लेने से पहले एक बार ज्योतिषियों की राय ली जाती है।
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यही नहीं, श्रीलंका सरकार ने 42 ज्योतिषियों की एक टीम भी बनाई हुई है जो किसी भी सरकारी फैसले पर निर्णय लेने से पहले अपनी राय देती हैं। यदि कमेटी मेम्बर्स के बीच किसी बात पर विरोध होता है तो बहुमत की बात मानी जाती है। इन ज्योतिषियों की नियुक्ति सांस्कृतिक मामलों के मंत्रालय द्वारा की जाती है और सरकार इन्हें तनख्वाह भी देती है।
नया साल मनाने को लेकर हुई समस्या
ज्योतिषियों की यह लंबी-चौड़ी टीम हर वर्ष नए साल की शुरूआत के लिए आम सहमति से अच्छा मुहूर्त चुनती है। इस बार इस कमेटी ने नए साल के लिए मुहूर्त फाइनल करना चाहा तो आम सहमति नहीं बन पाई। ऐसे में बहुमत ने 13 अप्रैल का दिन नए साल की शुरूआत के लिए सुझाया। परन्तु उसी दिन एक ज्योतिषी रोशन चनाका ने पब्लिक में आकर कहा कि इस दिन से नया साल शुरू हुआ तो देश के लिए दुर्भाग्य लेकर आएगा।
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रोशन ने बताया कि 13 अप्रैल का दिन मुहूर्तों के हिसाब से शुभ नहीं है। यदि इस दिन से नववर्ष की शुरूआत की गई तो आने वाला समय श्रीलंका के लिए शुभ नहीं रहेगा। देश में आपदाएं आ सकती हैं, आगजनी हो सकती है। हालांकि सरकार ने इन सभी चीजों को परे रखते हुए बहुमत से निश्चित किए गए दिन 13 अप्रैल को ही नववर्ष की शुरूआत करने का निर्णय लिया है।