जयपुर। भारतवंशी अमेरिकी नागरिक देव शाह ने अमेरिका में ऐसा कमाल कर दिखाया है कि दुनिया उनकी कायल हो गई है। ‘सैमोफाइल’ शब्द का सही हिज्जे (स्पेलिंग) बताकर वर्ष 2023 का ‘स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी’ खिताब अपने नाम कर लिया. फ्लोरिडा के लार्गो शहर के निवासी शाह (14) आठवीं कक्षा के छात्र हैं. उन्होंने 95वां US Spelling Bee खिताब अपने नाम किया. उन्हें 50 हजार अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि भी दी गई.
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शाह ने ये कहा
मैरीलैंड के नेशनल हार्बर में आयोजित प्रतियोगिता जीतने के बाद शाह ने कहा, यह अद्भुत है. मेरे पैर अभी भी कांप रहे हैं. उन्होंने कहा, मैंने पिछले तीन महीने में कई त्याग किए और मुझे इसका कोई पछतावा नहीं है. मुझे अपने सभी त्यागों का फल मिला है. ‘वाशिंगटन पोस्ट’ की खबर के अनुसार, शाह ने ‘सैमोफाइल’ का सही हिज्जे बताकर इस प्रतियोगिता में जीत दर्ज की. ‘सैमोफाइल’ रेतीले क्षेत्रों में पाए जाने वाले पौधे या जानवर होते हैं.
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तुरंत पहचाना शब्द
शाह तुरंत ही इस शब्द को पहचान गए थे, लेकिन फिर भी पूरी तरह से संतुष्ट होने के लिए उन्होंने इससे जुड़े कुछ सवाल पूछे. उन्होंने पूछा, ग्रीक में सैमो का मतलब रेत है? और फाइल का मतलब प्यार है?
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ऐसे थे शब्द
बाथिपिटोमीटर, टॉल्सेस्टर, रोमैक, एगेग्रस, शिस्टोर्राचिस, पोलियोरेक्टिक्स, पेरिओसी, एक्होरेशन, कोकोमैट और अर्डोइ वे अन्य शब्द हैं, जिनके शाह ने प्रतियोगिता के दौरान सही हिज्जे बताए. स्कॉट रेमर एक पूर्व स्पेलर हैं, जिन्होंने फाइनल में पहुंचे छह छात्रों को प्रशिक्षण दिया था. रेमर ने बताया कि वह शाह के साथ पिछले साल से काम कर रहे हैं.
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दृढ़ता और प्रतिबद्धता आई काम
रेमर ने कहा, देव की एक चीज जो वास्तव में मुझे प्रभावित करती है, वह है उनकी दृढ़ता और प्रतिबद्धता. वह बेहद परिपक्व व आत्म विश्वास से भरे हैं. शाह ने तीसरी बार इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. इससे पहले, वह 2019 और 2021 में इस प्रतियोगिता में शामिल हो चुके हैं.
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4 साल की मेहनत
कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण 2020 में इस प्रतियोगिता का आयोजन
नहीं किया गया था. 14 वर्ष की आयु होने के कारण प्रतियोगिता जीतने का शाह के पास यह आखिरी मौका था. शाह की जीत के बाद उनके माता-पिता बेहद भावुक नजर आए. उनकी मां ने कहा कि वह पिछले चार साल से इसके लिए मेहनत कर रहा था.
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ये छात्र लेते हैं हिस्सा
प्रारंभिक दौर की प्रतियोगिता मंगलवार को आयोजित की गई, जबकि क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल बुधवार को हुए. वर्जीनिया के अर्लिंगटन की रहने वाली शैर्लट वॉल्श (14) इस प्रतियोगिता में उपविजेता रहीं. ‘स्पेलिंग बी’ में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के छात्र हिस्सा लेते हैं. यह शब्दों के सही हिज्जे बताने से जुड़ी प्रतियोगिता है. ‘नेशनल स्पेलिंग बी’ प्रतियोगिता की शुरुआत 1925 में की गई थी.