यूक्रेन के खिलाफ जंग को कैसे एक साल पूरा हुआ, यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखा गया। अन्तरराष्ट्रीय अपराध अदालत ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। जिससे बौखलाए क्रैमलिन ने आई सी सी के वारंट को टाॅयलेट पेपर से अधिक नहीं बताया है। वहीं रूस के ही कुछ नेता इस बयान की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
इस फैसले के बारे में बोलते हुए क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री ने कहा है, कि इस अदालत के लिए फैसले रूस के लिए कोई महत्व नहीं रखते हैं। जैसे कई अन्य देश इस अदालत के फैसलों को मान्यता नहीं देते है। यही कारण है कि गिरफ्तारी का यह आदेश किसी वेस्ट पेपर से कम नहीं है।
इसका बड़ा कारण है कि रूस अन्तरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के रोम संविधि का पक्षकार नहीं है। इसी कारण उसका कोई दायित्व भी नहीं बनता। आईसीसी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि यह वारंट यूक्रेनी बच्चों के गैरकानूनी निर्वासन को लेकर जारी किया जा रहा है।